"प्रेरणा" - एक प्रभावशाली आंतरिक प्रेरक
"प्रेरणा" - एक प्रभावशाली आंतरिक प्रेरक
"प्रेरणा".... क्या है प्रेरणा ?
प्रेरणा एक आतंरिक शक्ति है, आतंरिक उत्तेजना है जिसे हम स्वयं के भीतर अनुभव करते हैं I किसी भी व्यक्ति के व्यवहार या उसकी प्रतिक्रिया के पीछे उसकी स्वयं की आंतरिक शक्ति, उसकी आंतरिक भावनाएं, उसके आंतरिक विचार, उसकी स्वयं की आंतरिक प्रेरणा के ही परिणाम होते हैं I प्रेरणा वह आंतरिक शक्ति है जो कि व्यक्ति को किसी कार्य को करने के प्रेरित करती है I
प्रभावशाली प्रदर्शन, प्रभावशाली अधिगम के लिये आवश्यक होता है- प्रभावशाली प्रेरक का होना I प्रभावशाली प्रेरक अथवा प्रेरणा के द्वारा सीखने की क्रिया एक प्रभावशाली तरीके से सम्पन्न की जा सकती है I किसी भी कार्य को सुनियोजित तरीके से प्रारंभ करने, उसे लगातार बनाये रखने और उसे नियमित करने के लिये प्रेरणा का होना आवश्यक है I
प्रभावशाली प्रदर्शन, प्रभावशाली अधिगम के लिये आवश्यक होता है- प्रभावशाली प्रेरक का होना I प्रभावशाली प्रेरक अथवा प्रेरणा के द्वारा सीखने की क्रिया एक प्रभावशाली तरीके से सम्पन्न की जा सकती है I किसी भी कार्य को सुनियोजित तरीके से प्रारंभ करने, उसे लगातार बनाये रखने और उसे नियमित करने के लिये प्रेरणा का होना आवश्यक है I
व्यक्ति को किसी कार्य को प्रारंभ करने के लिये जो सजीव प्रयास या विचार उसके मन-मस्तिष्क में उभरते हैं वे सब व्यक्ति की आंतरिक शक्ति..उसकी प्रेरणा के फलस्वरूप ही होते हैं I कार्य को करने, उसमें सफल होने और विजय पाने की इच्छा को प्रोत्साहित करने का कार्य प्रेरणा के द्वारा ही निर्देशित होता है I व्यक्ति या विद्यार्थी किसी विचार को यथार्थ रूप प्रदान करने या किसी कार्य को नियोजित रूप प्रदान करने से पूर्व कल्पनायें करता है, उसकी इन्हीं कल्पनाओं को साकार रूप में प्रदर्शित करने का कार्य प्रेरणा के द्वारा ही किया जा सकता है I किसी लक्ष्य की प्राप्ति के लिये किये गये समस्त प्रयास व्यक्ति की अंत:प्रेरणा का ही परिणाम होते हैं I प्रेरणा की आवश्यकता जीवन के प्रत्येक स्तर पर पड़ती है I जीवन में लक्ष्य निर्धारण, उसकी क्रियान्विति, उसके परिणाम इन सभी को करने का सुनियोजित तरीका आंतरिक प्रेरणा के द्वारा ही संभव है I
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